अजीब घटना
लेखक: डैनियल
चार्म्स
अनुवाद: आ. चारुमति
रामदास
यक़ीन नहीं होता! कौन मुझे समझाएगा कि क्या
हुआ है? आज तीसरा दिन है जब मैं दीवान पर लेटा हूँ और डर से काँप रहा हूँ. मुझे
कुछ भी समझ में नहीं आ रहा है.
ये इस तरह से हुआ.
मेरे कमरे में , दीवार पर, मेरे दोस्त
कार्ल इवानोविच शूस्तेर्लिंग की तस्वीर टँगी है.
तीन दिन पहले , जब मैं अपना कमरा साफ़ कर
रहा था, मैंने दीवार से तस्वीर उतारी, उसकी धूल झाड़ी और उसे वापस टाँग दिया. फिर मैं पीछे हटा, जिससे
दूर से ये देख सकूँ कि वह टेढ़ी तो नहीं लटक रही है. मगर जब मैंने देखा तो मेरे पैर
ठण्डे पड़ गए, सिर के बाल खड़े हो गए. कार्ल इवानोविच शूस्तेर्लिंग के बदले मेरी ओर
देख रहा था एक डरावना, दाढ़ी वाला बूढ़ा जिसने एक अजीब सी टोपी पहन रखी थी. मैं
चीख़कर कमरे से बाहर भागा.
कार्ल इवानोविच शूस्तेर्लिंग एक ही मिनट
में इस अजीब दाढ़ी वाले में कैसे बदल गया? कोई भी मुझे समझा नहीं सकता...
हो सकता है, आप मुझे बताएँगे कि मेरा
प्यारा कार्ल इवानोविच कहाँ गायब हो गया?
.......
*******
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी: केवल इस ब्लॉग का सदस्य टिप्पणी भेज सकता है.